रूसी रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की है कि रविवार, 1 जून 2025 को यूक्रेन की सेना ने एफपीवी (FPV) ड्रोन का प्रयोग करके रूस के कई सैन्य ठिकानों पर हमला किया। मंत्रालय के बयान में इसे “आतंकवादी हमला” करार दिया गया है, जिसमें रूस के मुरमान्स्क, इरकुत्स्क, इवानोवो, रयाज़ान और अमूर क्षेत्रों के हवाई अड्डे निशाने पर थे। स्थानीय अधिकारियों ने भी हमले की जानकारी दी थी: मुरमान्स्क, इरकुत्स्क और रयाज़ान के गवर्नर ने ड्रोन हमलों की सूचना दी। रूसी समाचार एजेंसियों के मुताबिक, ये ड्रोन भारी ट्रकों (फुरा) के जरिए सीमा के पास लाए गए थे और वहीं से छोड़े गए थे।
हमले की समय-रेखा
घटना रविवार को दोपहर के समय की बताई गई है। शुरुआती रिपोर्टों में बताया गया कि सुबह-सुबह मुरमान्स्क और इरकुत्स्क क्षेत्रों में बैलिस्टिक खतरे की चेतावनी और एयर डिफेंस अलर्ट जारी हुए। बाद में रक्षा मंत्रालय ने अपने टेलीग्राम चैनल पर घोषणा की कि “1 जून को कीव के शासन द्वारा FPV ड्रोन का इस्तेमाल कर पांच रूसी सैन्य एयरबेस पर आतंकवादी हमला किया गया”। मंत्रालय की सूचनाएँ बताती हैं कि हमले में मुरमान्स्क, इरकुत्स्क, इवानोवो, रयाज़ान और अमूर के हवाई अड्डे शामिल थे। इनमे से इवानोवो, रयाज़ान और अमूर में सभी ड्रोन हमलों को नाकाम कर दिया गया, जबकि मुरमान्स्क और इरकुत्स्क में कुछ विमान क्षतिग्रस्त हुए।
इरकुत्स्क के गवर्नर इगोर कोबज़ेव ने बताया कि ड्रोन एक ट्रक से लॉन्च किए गए थे और उनकी सहायता से इरकुत्स्क के उत्तर में बसे एक सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि स्थानीय निवासियों ने ट्रक को घेर लिया और ड्रोन लॉन्च करने की कोशिश नाकाम की। इसी तरह मुरमान्स्क के गवर्नर आंद्रेई चिबिस ने पुष्टि की कि क्षेत्र में ‘दुश्मन ड्रोन’ ने घुसपैठ की कोशिश की। रयाज़ान के गवर्नर पावेल मल्कोव ने बताया कि हवाई रक्षा बलों ने एक ड्रोन को नीचे गिराया, जिससे उसका एक मलबा आवासीय घर की छत पर गिरा, लेकिन उसमें कोई घायल नहीं हुआ।
प्रभाव
हमले के प्रत्यक्ष प्रभाव से मुरमान्स्क और इरकुत्स्क में कई सैन्य विमानों में आग लगी। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ये आग बुझा दी गई है और कोई सैनिक या नागरिक हताहत नहीं हुआ। सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि “विमानों के कुछ हिस्सों में आग लगने की सूचना है, लेकिन क्षतिग्रस्त उपकरणों से जुड़ी आग को नियंत्रण में ले लिया गया”। रयाज़ान में ड्रोन के मलबे से एक भवन की छत को नुकसान हुआ, लेकिन ताबड़तोड़ जवाबी कार्रवाई में किसी जन-हानि की जानकारी नहीं है। इसके अतिरिक्त, रक्षा मंत्रालय ने बताया कि कई संदिग्ध हमलावरों को हिरासत में ले लिया गया है और जांच जारी है।
रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि इस दिन अन्य रूसी क्षेत्रों में भी ड्रोन हमलों के प्रयास हुए, जिनमें कई ड्रोन वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा नष्ट कर दिए गए। उदाहरण के लिए, एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, सुबह 8:20 बजे से शाम 7:00 बजे तक 33 यूक्रेनी ड्रोन (27 कुर्स्क के ऊपर, 4 बेलगोरोद के ऊपर और 2 लिपेत्स्क के ऊपर) को मार गिराया गया। हालांकि इन हमलों से जनहानि नहीं हुई, इससे साफ है कि उक्रेन लगातार सीमापार हमलों की तैयारी में है और रूसी सेनाएं चौकस हैं।
सरकारी प्रतिक्रिया
रक्षा मंत्रालय ने इस हमले को सामूहिक आतंकवादी कार्रवाई बताया है और हमले से जुड़े कई संदिग्धों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। मंत्रालय ने अपने विज्ञप्ति में कहा, “आज कीव के शासन ने FPV ड्रोन का प्रयोग कर पांच एयरबेस पर हमला किया” और यह कि इन हमलों से कोई मानव बल हताहत नहीं हुआ। रूसी अधिकारियों ने कहा है कि हमला निकटवर्ती विदेशी क्षेत्र से संचालित ड्रोन द्वारा अंजाम दिया गया था, जिन्हें भारी ट्रकों से गिराया गया था।
क्षेत्रीय गवर्नर भी सदमें में सक्रिय रहे। मुरमान्स्क के गवर्नर चिबिस ने लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी और कहा कि उन्होंने घटना के बाद सैन्य ठिकानों का दौरा किया है। इरकुत्स्क के गवर्नर कोबज़ेव ने आपात स्थिति घोषित की और निवासियों को सहयोग करने की अपील की। रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि पूरे दिन हवाई रक्षा प्रणालियों द्वारा सैकड़ों किलोमीटर का स्कैन किया गया और संदिग्ध वस्तुओं पर नजर रखी गई है। रूस के गृह मंत्रालय और जांच एजेंसियां भी घटनास्थलों पर पहुंच गई हैं और हमलावरों की पहचान के प्रयास जारी हैं।
इन हमलों की पृष्ठभूमि में यह ध्यान देने योग्य है कि अगले दिन (2 जून) यूक्रेन और रूस के बीच फिर से बातचीत होने की उम्मीद है। रूसी अधिकारियों ने कहा है कि हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा, लेकिन इस बीच सैन्य तैयारियों को और मजबूत किया जा रहा है। रूस के जनरल स्टाफ ने हवाई हमलों की क्षमता बढ़ाई है और सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।